इजरायल की रक्षा फर्म राफेल एडवांस्ड सिस्टम्स के सीईओ ने कहा कि उनकी दृष्टि में न केवल भारत में मिसाइलों का निर्माण करना, बल्कि भारत में निर्मित मिसाइलों का निर्यात करना भी शामिल है। कल्याणी राफेल एडवांस्ड सिस्टम्स (KRAS), राफेल और भारत की कल्याणी के बीच एक सहयोगी, इंडो-इजरायल मध्यम रेंज सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (MRSAM) के लिए किट असेंबल करता है।
100th mid-section (brain, eyes) of Indo-Israel Medium Range Surface to Air Missile (MRSAM) being rolled out at KRAS #Hyderabad #india
Developed by @drdo & @RAFAELdefense ,it is made by @BharatForgeLtd (kalyani rafael advanced systems) & Bharat Dynamics Ltd #tech #Defence pic.twitter.com/im7cZGVfw6— Sidharth.M.P (@sdhrthmp) December 13, 2022
भारतीय एमआरएसएएम भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना से लैस होने पर एलआरएसएएम के रूप में जाना जाने वाला एक विस्तारित रेंज वेरिएंट से लैस है। MRSAM, जिसे राफेल एडवांस्ड सिस्टम्स और DRDO द्वारा सहयोग से विकसित किया गया था, की अपने-अपने देशों में दो अलग-अलग निर्माण सुविधाएँ हैं।
इज़राइल ने पहले ही अजरबैजान और मोरक्को को मिसाइल का अपना वर्शन बेच दिया है और 150 किमी रेंज के साथ बराक 8 का बढ़ी हुए रेंज वाली वर्शन बराक -8ER विकसित किया है। भारत में DRDO अपना स्वयं का बराक-8ER विकसित कर रहा है जिसे ERSAM कहा जाता है, जो उसी एयरफ्रेम का उपयोग करेगा लेकिन मिसाइल प्रणाली में स्वदेशी सामग्री है।