भारतीय राज्य के स्वामित्व वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) मार्च 2024 के लिए निर्धारित चालू वित्तीय वर्ष के अंत तक 11 LCA TEJAS लड़ाकू विमानों की आपूर्ति करके अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए तैयार है। यह विकास देश की स्वदेशी रक्षा को मजबूत करने के प्रयासों के अनुरूप क्षमताओं और अपने वायु सेना के बेड़े को मजबूत करना है।
वितरित किए जाने वाले विमानों में आठ एलसीए ट्रेनर विमान और तीन तेजस एमके1ए लड़ाकू विमान शामिल हैं। यह डिलीवरी शेड्यूल परियोजना की समयसीमा को पूरा करने के लिए एचएएल के समर्पण की पुष्टि करता है, जो आधुनिक रक्षा खरीद और विनिर्माण में एक महत्वपूर्ण पहलू है।
भारतीय वायु सेना (IAF) पहले ही पिछले ऑर्डर से 32 LCA-Mk जेट शामिल कर चुकी है। 2021 में ऑर्डर किए गए 83 LCA-Mk1A विमानों की डिलीवरी फरवरी 2024 में शुरू होने के साथ, भारत की वायु सेना अपने लड़ाकू जेट बेड़े में पर्याप्त सुदृढीकरण प्राप्त करने के लिए तैयार है।
2021 में एचएएल और भारतीय वायु सेना के बीच हस्ताक्षरित 47,000 करोड़ रुपये का सौदा वित्तीय वर्ष 2024-25 से शुरू होकर 2028 तक लगातार पांच वर्षों तक प्रति वर्ष 16 तेजस एमके1ए लड़ाकू विमानों की डिलीवरी की रूपरेखा तैयार करता है।

इसके अलावा, अतिरिक्त ऑर्डर के लिए एचएएल और भारतीय वायु सेना के बीच चर्चा चल रही है, जिसमें 90-100 और तेजस एमके1ए लड़ाकू विमानों की खरीद हो सकती है। ऑर्डर का यह संभावित विस्तार तेजस विमान की क्षमताओं और प्रदर्शन में दोनों पक्षों के विश्वास को रेखांकित करता है।
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