रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और भारतीय वायु सेना (IAF) की टीम ने संयुक्त रूप से 29 अक्टूबर, 2021 को एक हवाई मंच से स्वदेशी रूप से विकसित लॉन्ग-रेंज बम (LRB) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। IAF लड़ाकू विमान से रिलीज़ होने के बाद LR बम , निर्दिष्ट सीमाओं के भीतर सटीकता के साथ लंबी दूरी पर भूमि-आधारित लक्ष्य को हिट किया। मिशन के सभी उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया गया। उड़ीसा में एकीकृत परीक्षण रेंज, चांदीपुर द्वारा तैनात इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम (ईओटीएस), टेलीमेट्री और रडार सहित कई रेंज सेंसर द्वारा बम की उड़ान और प्रदर्शन की निगरानी की गई थी।
LR बम को अन्य DRDO प्रयोगशालाओं के समन्वय में हैदराबाद स्थित DRDO प्रयोगशाला, रिसर्च सेंटर इमारत (RCI) द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है।
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ, आईएएफ और सफल उड़ान परीक्षण से जुड़ी अन्य टीमों को बधाई दी है और कहा है कि यह भारतीय सशस्त्र बलों के लिए फाॅर्स मल्टीप्लायर साबित होगा।
सचिव डीडीआर&डी और अध्यक्ष डीआरडीओ, डॉ जी सतीश रेड्डी ने टीमों को अपने संदेश में कहा कि लंबी दूरी के बम के सफल उड़ान परीक्षण ने सिस्टम के इस वर्ग के स्वदेशी विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर चिह्नित किया है।